उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव मे एक ट्रेन मे आग की अफवाह के बाद लोग जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे, साथ ही कही लोग डर के मारे दूसरी पटरी पर कूद गए। तभी दूसरी पटरी पर तेज रफ्तार से आ रही ट्रेन ने उन लोगों को कुचल दिया।

महाराष्ट्र के जलगांव मे कब हुआ यह भीषण ट्रेन हादसा
रेल्वे अधिकारियों ने बताया की पुष्पक एक्सप्रेस (12533) अपने निर्धारित समय से 2:35 घंटे की देरी से चल रही थी। वही दूसरी ओर कर्नाटक एक्स्प्रेस भी अपने निर्धारित समय से 20 मिनट की देरी से चल रही थी। रेल्वे अधिकारियों के अनुसार पचोरा के करीब माहेजी ओर परधाड़े स्टेशन के बीच एक कोच मे ‘हॉट एक्सल’ या ‘ब्रेक-बाइंडिंग’के कारण चिंगारी उठती दिखी तो यात्री घबरा गए। हड़बड़ी मे किसी ने ट्रेन के छैन खींची ओर ट्रेन रुकी तो लोग उतरकर डर से आनन फानन मे पास वाले ट्रैक पर जाकर खड़े हो गए। एसी बीच दूसरे ट्रैक पर यसवंतपुर से हजरत निजामुद्दीन जा रही कर्नाटक एक्स्प्रेस (12627) अपनी पूरी रफ्तार से आ रही थी तभी पुष्पक एक्स्प्रेस के दूसरे ट्रैक पर खड़े यात्री कर्नाटक एक्स्प्रेस की चपेट मे आ गए। हादसे की सूचना पर बड़ी संख्या मे ग्रामीण मौके पर पहुंच गए ओर बचाव कार्य मे मदद की ओर घायलों मे नजदीकी अस्पताल मे भर्ती कराया।
जलगांव मे हुए हादसे के पीछे क्या थी वजह
दरअसल माहेजी और परधाड़े गाव मे बीच एक नदी (भोला) बहती है। इस नदी पर एक पुल है, चेन पुलिंग के बाद ट्रेन पुलिया और उसके आगे खड़ी हो गई। पचोरा के पास रेल ट्रैक पर शार्प मोड है,यहा पचोरा से आने वाली ट्रेन तब तक नहीं दिखती,जब तक पूरी नया मूड जाए । इसलिए ट्रैक पर खड़े लोग सामने से आ रही ट्रेन को देख नहीं पाए। जब तक ट्रेन उनके पास पहुंची तो उनको पटरी से हटने का मौका तक नहीं मिला। वही लोग बच सके जो पटरी के किनारे की ओर खड़े थे या फिर पुल से कूद गए।